Monday, November 24, 2025

कैश फ्लो vs प्रॉफ़िट: हर बिज़नेस ओनर के लिए ज़रूरी समझ

 अक्सर बिज़नेस ओनर कहते हैं, “मेरा बिज़नेस प्रॉफ़िट में है।”

लेकिन जब सैलरी, सप्लायर या टैक्स देने का समय आता है, तब अचानक कैश की कमी महसूस होती है।


ऐसा क्यों होता है?

क्योंकि प्रॉफ़िट और कैश फ्लो एक जैसी चीज़ें नहीं हैं।

इनका फर्क समझना किसी भी बिज़नेस को मज़बूत और ग्रो करने लायक बनाता है।


१. प्रॉफ़िट क्या होता है?

प्रॉफ़िट = रेवेन्यू (आय) – ख़र्चे

यानि सारे ख़र्च निकालने के बाद जो पैसा बचता है, वह प्रॉफ़िट है।

👉 लेकिन प्रॉफ़िट अक्सर कागज़ पर दिखता है, यह ज़रूरी नहीं कि वही पैसा आपके पास नकद मौजूद हो।


२. कैश फ्लो क्या होता है?

कैश फ्लो = बिज़नेस में पैसे का असली आना और जाना

इसमें शामिल है:
• ग्राहकों से मिलने वाला पैसा
• सप्लायर को पेमेंट, सैलरी, ई एम आई जैसी देनदारियाँ

👉 कैश फ्लो बताता है कि आज बिज़नेस चलाने के लिए आपके पास कितना असली पैसा है।


३. प्रॉफ़िट होने के बाद भी कैश क्यों नहीं बचता?

कई बिज़नेस प्रॉफ़िट दिखाते हैं, फिर भी कैश की दिक्क़त होती है, क्योंकि:

• ग्राहक पेमेंट देर से करते हैं
• ज़रूरत से ज़्यादा स्टॉक में पैसा फँस जाता है
• लोन और ई एम आई कैश खा जाते हैं
• सेल ज़्यादा लेकिन मार्जिन कम — इससे कैश नहीं बचता

👉 इसलिए प्रॉफ़िट दिखने का मतलब यह नहीं कि आपके पास ख़री नकदी भी है।


४. कैश फ्लो कैसे सुधारें?

✔ रेसिवेबल पर समय पर फॉलोअप करें
✔ सप्लायर से बेहतर क्रेडिट टाइम लें
✔ ज़रूरत से ज़्यादा स्टॉक न रखें
✔ इमरजेंसी कैश रिज़र्व बनाएँ
✔ हर महीने कैश साइकल जाँचें

ये आसान कदम बिज़नेस को कैश क्रंच से बचाते हैं।


५. प्रॉफ़िट + कैश फ्लो = बिज़नेस की असली हेल्थ

प्रॉफ़िट लम्बे समय की ग्रोथ के लिए ज़रूरी है।
कैश फ्लो रोज़ के कामकाज के लिए।

👉 अच्छा बिज़नेस वही है जो दोनों को संतुलित रखता है।


क्यों RRTCS?

RRTCS – Rahul Revne Training & Consultancy Services उद्यमियों की मदद करता है:

✔ के पी आई आधारित फाइनैन्शियल डैशबोर्ड बनाने में
✔ प्रॉफ़िट और कैश फ्लो दोनों को सही तरह ट्रैक करने में
✔ बिज़नेस की लीकेज और कमज़ोरियाँ पहचानने में
✔ पूरी टीम में फाइनैन्शियल अनुशासन लाने में

क्योंकि बिज़नेस में प्रॉफ़िट सिद्धांत है,
पर कैश फ्लो असली रियालिटी है।

👉 RRTCS के साथ दोनों को समझें—और बिना फाइनैन्शियल तनाव के बिज़नेस ग्रो करें।

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