सोचिए आप एक पेड़ के सामने खड़े हैं, जिस पर अलग-अलग फल लगे हुए हैं। अगर आपको पता है कि आपको आम चाहिए, तो आप सीधे उसी पर निशाना लगाएंगे और अपना लक्ष्य पा लेंगे। लेकिन अगर आप यूँ ही तीर चला रहे हैं कि "कुछ तो मिल जाएगा," तो ज़्यादातर आपका निशाना खाली जाएगा और परिणाम भी नहीं मिलेगा।
यही होता है जब हमारे जीवन या व्यवसाय में विज़न और मिशन साफ़ नहीं होते।
विज़न : लम्बे समय की योजना
विज़न मतलब आपका बड़ा सपना या लम्बे समय की योजना। यह बताता है कि आप भविष्य में कहाँ पहुँचना चाहते हैं और आपका असली लक्ष्य क्या है। विज़न से स्पष्टता मिलती है।
अगर विज़न साफ़ नहीं होगा, तो बहुत सारी चीज़ें आपको उलझा देंगी और आप आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
एक मज़बूत विज़न आपकी मदद करता है:
-
सही रास्ता बनाने में
-
अपने लक्ष्य पर ध्यान बनाए रखने में
-
संगठन में सही कल्चर बनाने में
कर्मचारियों को भी भरोसा होता है जब कंपनी का विज़न साफ़ हो। उन्हें लगता है कि कंपनी आगे बढ़ेगी और उनके भविष्य में भी ग्रोथ होगी।
मिशन : छोटे समय की योजना
मिशन वह है जो आपको रोज़ करना है, यानी छोटे समय की योजना। विज़न बताता है “क्या चाहिए” और मिशन बताता है “कैसे पाना है”।
जब आप विज़न को छोटे-छोटे मिशन में बाँटते हैं, तो आपका काम ज़्यादा फोकस और असरदार हो जाता है।
क्यों ज़रूरी हैं विज़न और मिशन
-
साफ़ “क्यों” होने से लक्ष्य आसान हो जाता है।
-
विज़न दिशा देता है और मिशन कार्रवाई।
-
मज़बूत विज़न से मज़बूत कल्चर बनता है।
-
कर्मचारी लंबे समय तक जुड़े रहते हैं।
-
स्पष्टता से गति मिलती है और उलझन दूर होती है।
जब आपको पता होता है कि लम्बे समय में क्या चाहिए (विज़न) और उसे पाने के लिए छोटे समय में क्या करना है (मिशन), तब ग्रोथ सिर्फ सम्भव नहीं बल्कि तय हो जाती है।
No comments:
Post a Comment